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सतलोक के अधिपति राम ने कैसे सृष्टि का निर्माण किया? ,क्या श्रीकृष्ण(गोलोकनाथ) साकेत अधिपति राम के रुप हैं?, तारक ब्रह्म राम का लोक कौन -सा है? ,आदि राम कहां रहते हैं,आदि राम का लोक कौन सा है?, कबीर साहब के राम का लोक कौन सा है?,

 शुक संहिता ---- 

महाप्रलय में सभी तत्व(भू,जल,अग्नि,वायु,आकाश,अहंकार ,महत तत्व तथा शब्द,रुप,स्पर्श,रस आदि) एवं उनसे निर्मित ब्रह्माण्ड भी नाश को प्राप्त हो गये थे।तब केबल एकमात्र अयोध्या अर्थात साकेत धाम में तारक ब्रह्म राम एवं जानकी देवी थी ,इसका कारण यह था कि अयोध्या परब्रह्म स्वरुपिणी है।

इस अयोध्या का तो वेदों‌ में भी उल्लेख है।

कल्प के आदि में परब्रह्म राम ने इच्छा मात्र से तीनों लोक श्रीविग्रह से  प्रकट किये तथा अपने अमोघ वीर्य को जल रचना कर उसमें छोडा़ ।तब वह कोटि सूर्य के समान एक गोलाकार अण्डा हुआ,उसमें से हिरण्यगर्भ रुप ब्रह्मा जी प्रकट हुऐ।

उसी में चैतन्य स्थापित कर कोटि ब्रह्माण्ड रचना किया।

श्रीब्रह्मा जी ने सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की रचना की,उसमें सभी १४ भुवनों(सभी पाताल,स्वर्ग आदि )की रचना करी।

यह सब रचना देखकर स्वामिनी जानकी ने प्राणप्यारे से कहा - 

भगवन ! हमारी पुरी अयोध्या जो साकेत नाम से प्रसिद्ध है महाप्रलय में भी नाश को प्राप्त नहीं होती।

नाथ! राजा भी अपने लिऐ नवीन रचना करते हैं फिर आपने सुख भोग हेतु कोई नयी रचना(दिव्य धाम) क्यों न की।

तब प्रभु जानकी इच्छा का सम्मान कर अयोध्या के अंश से सृष्टि करत भये।

दिव्य प्रमोदवन- वृंदावन हुआ,सरयु-  यमुना ,कल्पवृक्ष - वंशीवट हुआ और स्वयं तारक ब्रह्म कृष्ण रुप तथा जानकी राधा रुप को प्राप्त हो बहुत दीर्घ समय तक वहां गोलोक वृंदावन में विहार करत भये।

अयोध्या से वैकुण्ठ और गोलोक आदि का निर्माण 

इसकी पुष्टि वशिष्ट संहिता से होती है।

देखिऐ- 

अयोध्यानगरी नित्या सच्चिदानंदरुपिणी।

यस्यांशांशेन वैकुण्ठा गोलोकादि प्रतिष्ठिता:।

यह सम्पूर्ण वृतांत विष्णुरात जी ने शुकदेव जी से परात्पर धाम गोलोक में पूछा था।

सो यह सृष्टि रचना एक कल्प में स्वयं श्रीराम( जो साकेत रहवासी हैं ) ने की थी।

सतलोक के अधिपति राम ने कैसे सृष्टि का निर्माण किया?

,क्या श्रीकृष्ण(गोलोकनाथ) साकेत अधिपति राम के  रुप हैं?,

तारक ब्रह्म राम का लोक कौन -सा है?

,आदि राम कहां रहते हैं,आदि राम का लोक कौन सा है?,

कबीर साहब के राम का लोक कौन सा है?,

आकाश में मूल राम का धाम कहां है?,

जन्म और मृत्यु से परे धाम कहां है?,

Tarak brahama ram ka Lok kon hai?,aadi ram kaha rahte Hain?,Akash me akshar Brahma ka Lok kon sa hai?,

Janma se rahit Lok kaha hai?,

Kya Shri Krishna ram ke rup Hain?

Kabeer ke nirgun ram kon Hain?



टिप्पणियाँ

बेनामी ने कहा…
यह पोस्ट आपने अधूरी लिखी है क्यों देखिए राम और कृष्ण में कोई अंतर नहीं है राम और कृष्ण में अंतर नहीं निमेष एक के नयन चंचल है एक के नयन गंभीर है बस तत्व एक ही है हर कल्प में भगवान अपने अलग-अलग अवतारों से लीला करते है आनंद एक ही है सकेत लोक गोलोक शिवलोक जहा भी जाओ
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
लीला पुरुषोत्तम रास रसिया श्रीकृष्ण
ज्ञान बैराग निर्गुण ब्रह्म भगवान सदा शिव

जीव अपने स्वभाव को प्राप्त करता है जिस भाव में वह अनंत काल से रहता है चाहे एक जन्म लगे या कुछ समय और लगे और यह सिर्फ भक्ति से ही संभव है कि आप अपने इष्ट का sakshatkarदर्शन कर सकते हो
जय जय श्री राधे श्री राधे
राजस्थान जयपुर गर्वित यादव 9783002424
Jay Shri Krishna kabi man ho to baat Karna
Aapko think sahi h aaj sahi jaa rahe ho